Moral Stories In Hindi:Moral Story ||नैतिक कहानियां हिंदी में: नैतिक कहानी
Moral Story
नैतिक कहानी से पहले मैं आपको कुछ बताना चाहता हूं जो हमें अपने जीवन में साथ लेकर चलना चाहिए।
1. सदाचार:
2. सहयोग:
3. संवेदना:
4. संयम:
5. आशा:
ये थीं कुछ ऐसी बातें जो हमें अपने जीवन में लागू करनी चाहिए। ये सिर्फ एक छोटी सी सूची है और आप इसे अपनी जरूरतों और अनुभव के आधार पर अपनी जिंदगी में लागू कर सकते हैं।
Hindi Story With Moral
एक नन्हा लड़का |
एक दिन लड़के को अपने गांव से बाहर जाना पड़ा। वह अपने लकड़ी का टोकरी लेकर जाना चाहता था जो उसके पिता ने उसे दिया था। रास्ते में उसने एक बहुत ही अमीर आदमी से मिला। वह लड़का उसके साथ बात करने लगा और बताया कि वह अपनी लकड़ी का टोकरी बेचने जा रहा है।
अमीर आदमी ने लड़के से पूछा, “वह टोकरी कितने का है?” लड़का ने उत्तर दिया, “पांच रुपए का।”
अमीर आदमी ने फिर से पूछा, “अगर मैं तुम्हारी टोकरी को दस रुपए में खरीद लूं, तो क्या तुम मुझे बेच दोगे?”
लड़का खुश हो गया कि उसने दस रुपए प्राप्त कर लिए। उसने टोकरी बेच दी और अपने गांव वापस चला गया। उसने अपनी मां को दस रुपए दिए और वह खुश
लेकिन कुछ समय बाद, लड़के के पास एक और विचार आया। वह अपनी टोकरी की कीमत जानने के लिए दोबारा उसी अमीर आदमी के पास गया।
जब उसने अपने पहले से अधिक कीमत के लिए टोकरी बेची तो अमीर आदमी ने पूछा, “तुम्हे याद है, मैंने तुम्हें दस रुपए में टोकरी खरीदने का ऑफर किया था। तुमने मुझे टोकरी बेचने की जगह उसे अधिक कीमत पर बेच दी। क्या हुआ?”
लड़का खुश होकर बोला, “मैंने दस रुपए से ज्यादा की बात नहीं सोची थी। मैंने सिर्फ टोकरी बेच दी थी।”
अमीर आदमी ने उसे बताया, “तुमने अपनी कीमत का अंदाजा नहीं लगाया। लेकिन अगली बार जब तुम यह करोगे, तो अपनी चीज की सच्ची कीमत जानो और उसके लिए उसके अनुसार दाम बताओ। इससे तुम्हारे लिए अधिक फायदेमंद होगा।”
यह कहानी हमें बताती है कि हमें समझना चाहिए कि हमारी चीजों की सच्ची कीमत क्या है और हमें अपनी चीजों के लिए सही मूल्य निर्धारित करना चाहिए।
इससे हमें अधिक लाभ होता है और हम एक सच्चे व्यापारी बनते हैं। हमें सीखना चाहिए कि सफलता के लिए हमें सच्चाई, ईमानदारी, और निष्ठा के साथ काम करना चाहिए।
इस कहानी से हमें यह भी सीख मिलती है
कि हमें हमेशा अपने निर्णयों का ठीक अंदाजा लगाना चाहिए। अगर हम बिना सोचे-समझे कोई निर्णय लेते हैं तो हमें बाद में उसका पछतावा होता है। इसलिए हमें हमेशा ध्यान में रखना चाहिए कि हमारे निर्णय उचित हों और हमें अपने कार्यों के लिए सही मूल्य निर्धारित करना चाहिए।
इस कहानी का संदेश हमें यह भी देता है
Best Moral Story in Hindi
एक समय की बात है, एक नदी के किनारे एक जंगल में दो लोमड़ी रहते थे। एक दिन वे दूसरे जंगल में जाने का फैसला किया। इसलिए वे रास्ते में निकल पड़े। दोनों की यात्रा काफी लंबी थी। उन्होंने लंबी यात्रा के बाद उस जंगल में रुका जहां उन्हें आसपास के पेड़ों पर फल मिलते थे।
दोनों लोमड़ियों ने अपने-अपने एक एक खुले मैदान में रहने का फैसला किया। एक लोमड़ी अपने मैदान में खुश रहना चाहती थी लेकिन दूसरी लोमड़ी अपने मैदान में नहाने के लिए एक नदी के पास रहना चाहती थी।
एक दिन जब पानी बहुत उछालता हुआ था, नदी के तट पर खड़ी लोमड़ी को जल में खूबसूरत फूलों की एक बेल नजर आई। उसने फूल को तोड़ लिया और अपने मैदान में रख दिया। अगले दिन उसने फिर से एक नया फूल तोड़ा और उसे अपने मैदान में रख दिया। इसी तरह वह रोज एक नया फूल तोड़ती थी।
दूसरी लोमड़ी ने देखा कि उसकी मित्र दिन प्रतिदिन नदी के तट से फूल तोड़कर खुश हो रही है। इसे देखते हुए दूसरी लोमड़ी ने भी नदी के तट से एक बहुत ही सुंदर फूल तोड़ा और उसे अपने मैदान में ले गई।
लेकिन इसके बाद वह फूल तोड़ना बंद कर दिया क्योंकि वह बार-बार नदी के तट जाना नहीं चाहती थी। उसका मतलब था कि वह फूल केवल उसके मैदान में ही फूलेंगे। इस तरह उसे बाकी सारे फूलों से वंचित कर दिया गया।
धीरे-धीरे दूसरी लोमड़ी को उस नदी के तट पर नए फूल मिलना बंद हो गया। वह अकेले अपने मैदान में ही रह गई और वहां केवल उसके पहले तोड़े हुए फूल ही थे।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है
हमें अकेले नहीं रहना चाहिए बल्कि हमेशा समाज में शामिल होना चाहिए ताकि हम अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकें। इस कहानी से हमें यह भी सीख मिलती है कि अकेलापन और स्वार्थपरता हमारे जीवन को नुकसान पहुंचा सकती है। हमें अपने साथियों, मित्रों और समाज के साथ सहयोग करना चाहिए और सबका हित करने के लिए प्रयास करना चाहिए।
इसी तरह हमें हमेशा अपने जीवन में विवेक और उदारता बनाए रखना चाहिए। हमें अन्य लोगों की मदद करनी चाहिए और उन्हें संबोधित करना चाहिए जब हमें उनकी मदद की आवश्यकता होती है।
यह कहानी हमें यह सिखाती है
Good Moral Stories in Hindi:
एक दिन एक विध्यार्थी को एक वृद्ध संन्यासी से मिलने का मौका मिला। उसने संन्यासी से पूछा कि आप क्या सीखे हो जीवन में? संन्यासी ने कहा, "मैंने इस जीवन में एक चीज सीखी है - समय का मूल्य।"विध्यार्थी ने पूछा, "वह आसान होता है जब आप जीवन के अंत में हैं। क्या आप यह सिखाना चाहते हैं कि हम समय का उपयोग कैसे कर सकते हैं जो अपनी जिंदगी में हमें सफलता दिलाता है?"
संन्यासी ने एक कहानी सुनाई - "एक गांव में एक जुगाड़ू व्यक्ति रहता था जो कम समय और पैसे में अधिक करता था। उसकी आंतरिक शक्ति इसे सब कुछ संभव बनाने में मदद करती थी।"
एक दिन उसे अचानक से एक बड़ी समस्या का सामना करना पड़ा। उसे यह समझ नहीं आ रहा था कि वह इससे कैसे निपटेगा। उसने उस समस्या का समाधान निकालने के लिए अन्य लोगों से सहयोग किया और अंत में वह समस्या सुलझा लिया।